शिव बाबा

शिव बाबा

शिव बाबा के बनने से
आपके जीवन में कौन सी
विशेष मदद मिली ,प्राप्ति हुई ?
कौन सी बिगड़ी बात बनी ?

ब्रह्मा बाबा ब्रह्माकुमारी

ब्रह्मा बाबा ब्रह्माकुमारी

क्या आप जानते है की
ब्रह्मा बाबा ने
ब्रह्माकुमारी के सभी
Centro पर बहनो (महिलाओं)
को मुख्य क्यों बनाया ?

ब्रह्माकुमारी में सभी सेन्टरों पर समान संख्या में भाई(पुरुष)व बहने(महिला)है।
जब परमात्मा ने दादा लेखराज का आधार लेकर सृष्टि परिवर्तन चाहा।
तो बाबा का नाम बदलकर फिर ब्रह्मा बाबा रखा। उस समय 1937
में समाज मे बहनो की परिस्थिति ठीक नही थी।
तो बाबा ने बहनो को ही सेन्टरों का कार्यभार संभाला।
क्योंकि एक महिला में ही पालना के संस्कार होते है।
वो ही पालना से सब के संस्कार बदल सकती है।
इसलिए सेन्टरों पर बहने ही कार्यभार संभालती है।


Bk Shivani

Bk Shivani Quotes

Bk Shivani Quotes

हम सब में इतनी शक्ति और
अक्ल कहाँ जो हम बाबा को
पकड़ सके,बल्कि बाबा ने
ही हमारा हाथ पकड़ा हुआ है |

पहचान

पहचान

मेने बहुत लोगो को ब्रह्माकुमारी की राह
दिखाई लेकिन मुझे राह
दिखाने वाले एक ही थे ,
खुद परमपिता निराकार शिव बाबा |
ऐसा नहीं है की इससे पहले कोई राह नहीं
थी,बस हम उसको पहचान नहीं पा रहे थे |

Bk Shivani

मीठे बाबा

मीठे बाबा

आँखों से टपके आँसू जा गिरे मीठे बाबा
के दरबार में जिसे देखकर मीठे बाबा बोले ,
ये कोन डूबा मेरे प्यार में | बाँहों में भर कर
मीठे बाबा बोले,मेरे राज दुलारे सदा रहना मेरी
पनाह में | और बसना मेरी निग़ाह में |

Bk Shivani

मेरा बाबा

मेरा बाबा

सिर्फ एक बात याद रखो मै और मेरा बाबा
फिर हमारी जीत निश्चित है। ...
यदि हम अच्छाई पर अडिग रहे ,
क्योंकि अच्छाई शक्ति है और बुराई कमजोरी। .....
तभी सच्चा अकेला चलता है
और झूठ को समूह की आवश्यकता पड़ती है |

आवाज़

आवाज़

जो स्वयं मीठे है दिल के
सच्चे है ,उन्ही की मीठी
आवाज़ बाबा तक
पहुँचती है |


रोटी

रोटी

बाबा: बहन रोटी दे दो बाबा भूखा है, 
घर के अंदर से आवाज आई तेरी बहन बैंक,
गई है आज तेरा जीजा भी भूखा है । 

पवित्र विचारों का प्रवाह

पवित्र विचारों का प्रवाह

पवित्र विचारों का प्रवाह ही ,
मधुर व प्रभावशाली वाणी का ,
मूल स्त्रोत है I
Baba Ramdev

पवित्र विचारों का प्रवाह

पवित्र विचारों का प्रवाह

पवित्र विचारों का प्रवाह ही ,
मधुर व प्रभावशाली वाणी का ,
मूल स्त्रोत है I
Baba Ramdev

कभी भी

कभी भी

यदि बचपन व माँ की कोख की याद,
हमें रहे तो , 
हम कभी भी माँ-बाप के ,
खिलाफ नहीं हो सकते I
Baba Ramdev

माता-पिता के चरणों में

माता-पिता के चरणों में

माता-पिता के चरणों में ही चारों धाम हैं , 
माता-पिता इस धरती के भगवान हैं I
Baba Ramdev

विचारवान व संस्कारवान मनुष्य

विचारवान व संस्कारवान मनुष्य

विचारवान व संस्कारवान मनुष्य ही ,
अमीर व महान होता है ,
तथा विचारहीन मनुष्य कंगाल ,
और दरिद्र होता है I
Baba Ramdev

विचारों की अपवित्रता

विचारों की अपवित्रता

  विचारों की अपवित्रता ही हिंसा, 
अपराध, क्रूरता, शोषण, अन्याय, 
 अधर्म और भ्रष्टाचार का कारण है I
Baba Ramdev

सुख-दुःख का कारण

सुख-दुःख का कारण

हमारे सुख-दुःख का कारण ,
दूसरे व्यक्ति या परिस्थितियाँ नहीं ,
अपितु हमारे अच्छे या बूरे विचार होते हैं I
Baba Ramdev

 विश्वास की परकाष्ठा

विश्वास की परकाष्ठा

प्रेम, वासना नहीं उपासना है , 
वासना का उत्कर्ष प्रेम की हत्या है, 
प्रेम समर्पण एवं विश्वास की परकाष्ठा है I
Baba Ramdev

 ममता

ममता

जहाँ मैं और मेरा जुड़ जाता है ,
वहाँ  ममता,  प्रेम, करुणा ,
व समर्पण होता हैं I
Baba Ramdev