मंदिर,मस्जिद,चर्च,गुरुद्वारा , आश्रम इतनी शान्ति,इतना सुकून , इतनी शक्ति,क्यूँ महसूस होती है? जब हम वहाँ है,हमारी हर सोच भगवान के प्यार,सेवा भाव की है | सोच से वातावरण बनता है | क्या हम वही वातावरण अपने घर का बना सकते है ? Bk Shivani