अपनी प्रशंसा सुनकर हम इतने मतवाले हो, जाते हैं कि फिर हममें विवेक की शक्ति भी, लुप्त हो जाती है बड़े से बड़ा महात्मा भी, अपनी प्रशंसा सुनकर फूल उठता है। Premchand
अमेरिका वाले - don't disturb me दिल्ली वाले - मुझे परेशान मत करो | पंजाब वाले - ओ छड्ड ना यार तंग ना की | हरियाणा वाले - घना कीड़ा है के , ला मैं काड दूँ |
म्हारे टेम्पो के पाछे लिखा है "बुरी नज़र वाले " म्हारी भैंस का गोबर खाले |
फैन तो हमारे भी, बहुत है, पर सर्दी की, वजह से घरवाले, चलाने नहीं देते | happy winter
चंचल चित वाले के , कार्य कभी समाप्त नहीं होते। Chanakya
जिस दिन किसी मेहमान से कहो की नहीं जी हमारे यहाँ लाइट नहीं जाती है उसी दिन लाइट वाले अपना औकात दिखा देते है l
दुखी करने वाले इन चार चीजो से दूर रहिये. आलोचना करना, शिकायत करना, निंदा करना और तुलना करना.