भाग्य

भाग्य

आप सबका भाग्य लिखने के
लिए हाथ तो मेरे ही चलते है ,
लेकिन कलम आपके कर्मो
की होती है |

Bk Shivani

पुरुषार्थ

पुरुषार्थ

जैसे बीज खेत में बोय बिना,
निष्फल रहता है,
उसी प्रकार पुरुषार्थ के बिना,
भाग्य सिद्ध नहीं होता।

Vedvyaas

भाग्य

भाग्य

आज के कर्म से लिखा
हुआ भाग्य बदले

BK SHIVANI