
सद्गुण
फूल की सुगंध वायु के विपरीत कभी,
नहीं जाती परंतु मानव के सद्गुण की महक सब,
तरफ फैल जाती है।
Lord Buddha

भलाई
आदमी को चाहिए कि बुराई के बजाय,
भलाई का रास्ता अपनाएं भलाई,
करने वाले लोग लोक व परलोक,
दोनों में ही सुख से रहते हैं।
Lord Buddha

इच्छाओं
कामना से दुख आता है ,
दुख से भय आता है और जो,
इच्छाओं से मुक्त है ,
वह ने दुख जानता है ,
ना ही भय।
Lord Buddha

उत्तेजित
जो व्यक्ति क्रोध और उत्तेजित होने पर,
मन को शांति की दिशा में मोड़ सकता है,
उसे मैं सारथी कहता हुँ।
Lord Buddha

परछाई
क्रोध और उबलता पानी एक समान है,
क्रोधी भलाई नहीं देख पाता और खोलते,
जल में परछाई नहीं दिखती।
Lord Buddha

शांति
चलते ,खड़े, बैठते अथवा सोते हुए,
जो व्यक्ति मन को शांत रखता है,
वह निश्चित ही शांति को प्राप्त हो जाता है।
Lord Buddha

हमेशा
मैं कभी नहीं देखता कि,
क्या किया जा चुका है;
मैं हमेशा देखता हूँ कि ,
क्या किया जाना बाकी है |
Lord Buddha

नीयत
क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले ,
को किसी और पर फेंकने की नीयत से ,
पकड़े रहने के सामान है; इसमें आप ही जलते हैं |
Lord Buddha

संकट
वह जो पचास लोगों से प्रेम करता है उसे पचास संकट हैं,
वो जो किसी से प्रेम नहीं करता उसे एक भी संकट नहीं है |
Lord Buddha

मन की शांति
आपके पास जो कुछ भी है ,
उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए,
और ना ही दूसरों से ईर्ष्या कीजिये ,
जो दूसरों से ईर्ष्या करता है ,
उसे मन की शांति नहीं मिलती |
Lord Buddha

दुष्ट मित्र
किसी जंगली जानवर की अपेक्षा ,
एक कपटी और दुष्ट मित्र से अधिक डरना चाहिए,
जानवर तो बस आपके शरीर को नुक्सान पहुंचा सकता है,
पर एक बुरा मित्र आपकी बुद्धि को ,
नुक्सान पहुंचा सकता है |
Lord Buddha

आध्यात्मिक जीवन
'जैसे मोमबत्ती बिना आग के ,
नहीं जल सकती ,
मनुष्य भी आध्यात्मिक जीवन के बिना नहीं जी सकता |
Lord Buddha'

सबसे बड़ा उपहार
स्वास्थ्य सबसे बड़ा उपहार है,
संतोष सबसे बड़ा धन है,
वफ़ादारी सबसे बड़ा संबंध है |
Lord Buddha

वर्तमान क्षण
अतीत पे ध्यान मत दो,
भविष्य के बारे में मत सोचो,
अपने मन को ,
वर्तमान क्षण पे केन्द्रित करो |
Lord Buddha