
मोहब्बत
गुलाब से पूछो कि दर्द क्या होता है,
देता है पैगाम मोहब्बत का और,
खुद काँटों में रहता है |
Happy Rose Day

रूह
'तुम वो हो जिसे मै,
पाना चाहता हुँ तुम्हे,
जिस्म से नहीं रूह,
से अपना बनाना,
चाहता हूँ |
Happy Rose Day
'

ज़िन्दगी
जसको पा ना साके वो,
जनाब हो आप
मेरी ज़िन्दगी का पेहला,
ख्वाब हो आप
लोग चाहे कुछ भी काहे
लेकिन मात्र लिए सुंदर,
सा गुलाब हो आप |
Happy Rose Day

कोमल काँटों
होठों जैसे पंखुड़ियाँ मेरी,
कोमल काँटों से बच के ज़रा,
कहीं हो न जाओ घायल |
Happy Rose Day

आखिरी खत
गुलाब भेजा था उसने,
आखिरी खत के साथ,
कमबख़्त गुलाब की खुशबु ने,
खत पढ़ने ही नहीं दिया |
happy rose day

किताब
खोली आज किताब तो,
वो इश्क़ वाला गुलाब मिला ,
सूखे ओर बिखरे है पत्ते ,
लेकिन यादे आज भी जिंदा है |
happy rose day

तेरे सिवा
तेरे सिवा किसी ओर को
चाहा नहीं मैंने
सूख गया तेरा दिया हुआ गुलाब,
मगर फैका नहीं मैंने |
HAPPY ROSE DAY