आत्म विश्वास रखो कि तुम पृथ्वी, पर सबसे महत्वपूर्ण हो। Gorki
जिसमें दया नहीं, धर्म नहीं ,निज भाषा से, प्रेम नहीं ,चरित्र नहीं ,आत्म बल नहीं है, वह भी कोई आदमी है | Premchand